
मुँह, जीभ और होंठों के छालें सफ़ेद रंग के होते हैं। छाले के किनारे में चमड़ी गाढ़ा लाल होती है। यह ज़्यादातर लगभग गोलाकार, छपते आकृति की होती है। हालांकि गोलाकार आकृति का ही होना निश्चित नही होता है।
छाले पड़ जाने के दौरान खट्टे खाद्य पदार्थ (जैसे – टमाटर, नींबू ) खाने से बहुत ही पीड़ा होती है।
विषय - सूची
मुँह में छालें होने के कारण
- अनियमित तथा असंतुलित खाना खाने के कारण
- पेट में कब्ज रहने के कारण
- विटामिन-B12 की कमी के कारण
- आयरन, फोलिक एसिड की कमी के कारण
- पेट में गैस (बादी) के कारण
वैसे कई बार मुँह, जीभ और होंठों के छालों के होने की असली कारण का पता नही चलता है। इसीलिए खान पान का सही इस्तेमाल और शारीरिक तंदुरुस्ती ही छालों से निजात दिला सकती है।
मुँह के छालें के लिए घरेलू उपचार
(1) छोटी हरड़ (Terminalia chebula)
- अच्छे से खाना खाने के बाद छोटी हरड़ अपने मुँह में रखें,
- फिर इसे आराम से चबाते हुए चूसें ; मुँह, जीभ और होंठों के छालें ठीक हो जायेंगे,
- रात्री के वक्त सोने से पहले चूसने से ज्यादा फायदा होता है।
(2) इलायची – शहद
- सबसे पहले इलायची के दाने निकाल कर पिस लें,
- फिर शहद में अच्छे से मिलाएं,
- अब इस नुश्खे को छाले वाले जगह पर लगायें, इससे छालें ठीक हो जायेंगे।
(3) जामुन के हरे पत्ते
- जामुन के हरे पत्तों को बारीक पिस लें,
- फिर 150 ग्राम पानी में मिलाकर पानी छान लें,
- अब इस पानी को मुँह में लेकर गरारा यानी कुल्ला (Rinse) करें, मुँह, जीभ और होंठों के छालें ठीक हो जायेंगे।
(4) तुलसी की पत्ती
- तुलसी के 8-10 साफ पत्ते लें,
- और रोज सुबह शाम इसे चबाकर खाएं, फिर पानी पी लें,
- ऐसा करने से कुछ दिन में मुँह, जीभ और होंठों के छालें ठीक हो जाते हैं।
(5) शहद – पानी
- शहद को थोड़े से पानी में अच्छे से मिलाएं,
- फिर इस तैयार नुश्ख से गरारा कर कुल्ला (rinse) करें, छालें ठीक हो जायेंगे।
(6) घी – कपूर
- थोड़ा सा घी और पिसा हुआ कपूर लें,
- दोनों को एक साथ मिलाकर गर्म कर लें,
- फिर इसे छाले वाले स्थान पर लगायें,
- मुँह, जीभ और होंठों के छालों के लिए लाभकारी होता है।
(7) मेहंदी की पत्ती
- हरी मेहंदी के पत्तियों को साफ़ पानी में भिगोकर रखें,
- फिर 2 या 3 घंटे बाद पानी को मेहंदी के पत्तियों से छानकर अलग कर लें,
- फिर छानी हुयी पानी से गरारा करते हुए कुल्ला (rinse) करें,
- मुह के छाले ठीक हो जाती है।
(8) शहद – वंशलोचन
- थोड़े से शहद में थोड़ा सा वंशलोचन पीसकर मिला लें,
- फिर इस तैयार नुश्खे को मुँह, जीभ और होंठों के छालों के पर लगायें, छाले ठीक हो जायेंगे।
(9) गाय की दही – केला
- गाय की दही और केला दोनों एक साथ मिलाकर या फिर अलग अलग खाएं,
- इससे मुँह के छाले ठीक हो जाते है।
(10) सत्यानाशी के पत्ते
- सत्यानाशी के पत्ते कटीले होते है,
- अतः ध्यान पूर्वक इसकी टहनी तोड़ लें,
- फिर इसे निचोड़कर मुँह के छालों पर लगायें, छालों के लिए अच्छी नुश्ख है।
मुँह के छालें के लिए कुछ ज़रूरी बातें
- पेट साफ़ रखें अर्थात ज्यादा तेल मसाले का इस्तेमाल न करें।
- चेहरा गोरा रखने के उपाय जो आप अपने चेहरे के लिए लगाते है तथा चेहरे पर दाग धब्बे न हो, इसके लिए जैसे आप अपना चेहरा साफ रखते है, वैसे ही मुँह को भी हमेशा साफ़ रखें।
- हल्के और नरम टूथ ब्रश का इस्तेमाल करे।
- नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करें। यह मुँह के छालों और बहुत सारी बीमारियों से निजात पाने के लिए अच्छा तरीका है।
- खाने में हरी साग सब्जियों का इस्तेमाल करें।
- अगर ऊपर बताएं गए उपचार से फायदा नही मिल रही हो तो, इसका ज्यादा इस्तेमाल न करें और तुरंत किसी नजदीकी मुँह विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें।
सही और गलत – केवल हिंदी में “, पर अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।
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