otp आज के समय मे बहुत बड़ी सुरक्षा बन चुकी है। अगर आप इस चीज़ से वाकिफ नहीं है तो फिर आप डिजिटल इंडिया मे थोड़ा पीछे चल रहे है। otp के इस्तेमाल के लिए आपको बस अपने मोबाइल नंबर अथवा ईमेल आईडी (जैसे जीमेल) या दोनों को हर एक आपके ऑनलाइन सर्विस वाले जगह मे पंजीकृत करना होगा। पंजीकृत करते ही आपको ओटीपी सुरक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी।
अर्थात जब कभी भी आप या कोई भी आपके किसी भी ऑनलाइन सर्विस मे बदलाव या काम मे लेना चाहेगा, तो आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी या दोनोंपर ओटीपी कोड जाएगा। इस कोड के इस्तेमाल से ही कोई भी बदलाव या काम किया जा सकता है।
विषय - सूची
ओटीपी कोड क्या है (OTP Meaning)?
OTP कोड का पूरा नाम One Time Password होता है। यह अंक मे या शब्द मे या फिर अंक+शब्द दोनों का मेल हो सकता है। एक बार आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर या ईमेल पर भेजी गयी ओटीपी मात्र लगभग 30-60 सेकंड के लिए मान्य होती है। तथा इसका इस्तेमाल केवल एक बार किया जा सकता है। दोबारा इस्तेमाल के लिए फिर से ओटीपी मंगवाना पड़ता है। हर बार भेजी गयी ओटीपी अलग-अलग होती है। तथा इसका स्वरूप बार बार बदलते रहता है।
ONE TIME PASSWORD आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर ज़रूरत पड़ने पर मंगवाया या भेजा जाता है।
OTP का इस्तेमाल किन-किन क्षेत्रों में होता है?
इसका इस्तेमाल इंटरनेट बैंकिंग, ई-कॉमर्स साइट्स, सोशल नेटवर्किंग साइट, किसी साइट पर लॉगिन के लिए, किसी चीज़ का पासवर्ड बनाने या बदलने इत्यादि के लिए किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर-
- इंटरनेट बैंकिंग के लिए : जब आप अपने इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किसी दूसरे के अकाउंट मे पैसा भेजते है, तब आपको अपने बैंकिंग आईडी, पासवर्ड, CVV नंबर, एटीएम पासवर्ड आदि जैसी जानकारी देनी पड़ती है। उसी दौरान अगर आपने अपना मोबाइल नंबर इस बैंक मे पंजीकृत करवा रखा होगा तो, आपको एक otp कोड का मैसेज मिलेगा। उस ओटीपी कोड के बिना आप पैसा ट्रांसफर नहीं कर सकते है। आपको इस ओटीपी कोड को one time password वाले रिक्त स्थान मे भी डालना पड़ेगा। इसी तरह एटीएम के पासवर्ड को बदलने, नया बैंकिंग पासवर्ड या यूसर आईडी बनाने इत्यादि बैंकिंग से संबन्धित काम के लिए ओटीपी का इस्तेमाल करना पड़ता है।
- ई-कॉमर्स साइट्स के लिए : ऑनलाइन ख़रीदारी करने से समय बचता है, तथा अपने मनमुताबिक सामान को घर बैठे मँगवा सकते है।लेकिन आपको पैसे चुकाने पड़ते है। पैसे चुकाने के दो विकल्प होते है – पहला cash on delivery और दूसरा तुरंत सामान खरीदते वक्त एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से देना पड़ता है। मान लीजिये किसी सामान को आप cash on delivery नहीं कर सकते है, तो आपको तुरंत उसी दौरान एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग से देना पड़ेगा। अब इन दोनों तरीके से पैसा देते वक्त यूसर आईडी, पासवर्ड इत्यादि लगेगा, तथा आपके नंबर पर एक ओटीपी कोड आएगा, इस कोड को भी डालना पड़ेगा, तभी पैसा देने का प्रक्रिया संपन्न होगा। साथ ही साथ ई-कॉमर्स साइट्स के लॉगिन आईडी, पासवर्ड या इन दोनों को बदलने के लिए भी ओटीपी कोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा। जो आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर आएगा।
- सोशल नेटवर्किंग साइट्स के लिए : facebook, gmail, yahoo, whatsapp इत्यादि जैसी सोशल साइट्स पर अपने अकाउंट मे आईडी, पासवर्ड, भूल गए जीमेल पासवर्ड को पाने आदि जैसी कुछ भी फेर-बदल करने के लिए ओटीपी कोड का इस्तेमाल करना पड़ता है। जो आपके मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर भेजी यानि आती है।
One Time Password के फायदे
अगर कोई आपके किसी भी तरह के ऑनलाइन संपत्ति को चुराना या नुकसान करना चाहे तो, वो बिना ओटीपी के कुछ भी नहीं कर सकता है। और ओटीपी तो केवल और केवल आपके मोबाइल नंबर पर ही आएगी। (बहुत ही कम ऐसा होता है की ओटीपी ईमेल आईडी पर जाती है)
OTP के नुकसान
- बहुत से ऑनलाइन जगहो पर आप कोई भी काम बिना मोबाइल otp के नही कर सकते है, अर्थात अगर आपका मोबाइल नंबर बंद या खो गया होगा, तो आप इस काम को नहीं कर पाएंगे।
- बहुत से ऑनलाइन साइट के यूसर id या पासवर्ड को बदलने के लिए केवल otp की ही ज़रूरत पड़ती है, अर्थात अगर आपका मोबाइल नंबर किसी के हाथ मे चला गया तो आपको भारी खामियाजा भुगतना पढ़ सकता है।
- अपने पंजीकृत मोबाइल को हमेशा सुरक्षित रखना पड़ता है, अगर ऐसा करने मे अगर आप विफल हुये तो, आपको भारी नुकसान झेलना पढ़ सकता है।
धन्यवाद !
otp kod kiya hai otp chae
Otp