पेशाब अपशिष्ट यानी बेकार द्रव होता है। जो हमारे गुर्दे (किडनी) द्वारा पानी और खून को छानने के बाद बचा हुआ अपशिष्ट द्रव के रूप में मूत्राशय (Bladder) में इकट्ठा होते रहता है।

सामान्यतः मूत्राशय लगभग 300-400 मिली-लीटर पेशाब आशानी से रोक सकता है। लेकिन अगर इससे ज्यादे मात्रा में पेशाब इकट्ठा होने लगे, तब मूत्राशय चारों तरफ से फैलने लगता है तथा दर्द होना शुरू हो जाता है और ज़रूरत से ज्यादा पेशाब अधिक मात्रा में इकट्ठा होना शुरू हो जाता है। जिससे हम लंबे समय तक पेशाब को रोक पाते है।
अधिक पेशाब के इकट्ठा होने के वजह से मूत्राशय के साथ साथ, मूत्र-मार्ग (urethra) के “बाहरी संवरणी माँस-पेशियाँ (External Sphincter Muscels)” भी फैलती है। लेकिन ये संवरणी माँस-पेशियाँ एक दूसरे को आपस में लंबे समय तक जोड़कर रखती है, जिससे पेशाब को लंबे समय तक रोक पाना मुमकिन हो पाता है। लेकिन ये तभी तक संभव होता है, जब तक की आपकी दिमाग की घंटी जवाब न दे पाये। अर्थात बर्दाश्त से बाहर होते ही पेशाब कभी और कही भी हो सकती है।
क्या ज़बरदस्ती पेशाब रोकना सही है, या गलत ?
पेशाब को ज़्यादा देर तक रोकना सही नहीं होता है। क्योंकि पेशाब खराब द्रव होता है, तथा खराब चीज़ को शरीर में अनुचित समय और ज़बरदस्ती रखने से खतरनाक बैक्टीरिया पैदा होने लगेंगे। इन खतरनाक बैक्टीरिया के वजह से ब्लैडर डैमेज, यू.टी.आई.एस की समस्या, किडनी डैमेज हो सकता है। यहाँ तक की ज़्यादा देर तक पेशाब रोकने के वजह से इनकी मात्रा इतनी ज़्यादा बढ़ सकती है, की पेशाब किडनी मे जाना शुरू हो जाएगा। जिससे आपकी किडनी फ़ेल हो सकती है, और आपकी अचानक मुत्यु भी हो सकती है।

घबराईए मत ! सबसे अच्छी बात यह है की, हमारी मस्तिष्क इस तरह से बनी हुई है की तेज पेशाब लगने पर पीड़ादायक संकेत देती है। इसका मतलब ये होता है, की अब बिना देरी किए पेशाब कर लेना ज़रूरी हो गया है। हालांकि कुछ लोग इसके बावजूद भी ज़बरदस्ती रोकने की कोशिश करते है। भईया या फिर बहन जी, ऐसा करने से नुकसान के सिवाय कुछ भी मिलने वाला नहीं है। कृपया ऐसा ना करें….!!!!!
दैनिक जीवन में कुछ ऐसी दिनचर्या होती है, जिनके दौरान हम ज़बरदस्ती पेशाब रोकते है, जैसे – मूवी देखते वक्त, क्लास रूम में आदि। लेकिन ध्यान रखें पेशाब को ज़बरदस्ती रोककर कोई फायदा नहीं मिलने वाला है, क्योंकि परेशानी किस तरह की हो सकती है, उसके बारें में आपने ऊपर अभी पढ़ा है। अतः क्लास-रूम में टीचर से छुट्टी लेकर, पेशाब कर लेना ही उचित होगा। तथा मूवी देखने से पहले पेशाब कर लें और मूवी देखते वक्त पेशाब लगने पर मूवी देखना बंद करें, और टॉइलेट जाकर हल्का हो लें।
पेशाब रोकना जानलेवा होता है ! और जान रहेगी तो, बहुत फिल्मे देखने को मिलेगा।
धन्यवाद !
महत्वपूर्ण जानकारी ..धन्यवाद 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद ! राजेश जी !