बुराई की जड़ का अंत : चाणक्य की प्रेरणादायक बातें – SahiAurGalat
मगध के महामंत्री चाणक्य एक दिन राज काज से सम्बंधित किसी परामर्श के लिए मगध के सम्राट चंद्रगुप्त से मिलने जा रहे थे। अभी कुछ की दुरी तय हुयी थी, तभी अचानक रास्ते में उनके पाँव में काँटा चुभ गया। जिसके वजह से उनके मुख से पीड़ा भरी चीख निकल आयी। तत्पश्च्यात उन्होंने शीघ्र ही…