कोरोना वायरस (corona virus) एक विषाणु है। यह जानलेवा वायरस है।
जीवाणु और विषाणु इन दोनो में जीवाणु को “सूक्ष्मजीव – Microorganism” कहते है। परंतु विषाणु को कुछ ‘सूक्ष्मजीव वैज्ञानिक’ निर्जीव मानते है और कुछ सूक्ष्मजीव मानते हैं।
विषय - सूची
Bacteria / जीवाणु किसे कहते हैं
जीवाणु को अंग्रेजी मे Bacteria कहते हैं। जीवाणु एक कोशिकीय जीव होता है। जिसका कोई केन्द्रक नही होता है।
इसका आकार गोल, चपटा, छड़नुमा आदि प्रकार का होता है। जीवाणु हवा, मिट्टी, पानी, समुन्द्र, मानव शरीर तथा जानवर मे पाए जा सकते हैं।
जीवाणु इतने सूक्ष्म होते हैं की हम इन्हें अपने नंगी आंखों से नही देख सकते। इसे देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी का इस्तेमाल करना पड़ता है।
Virus / विषाणु क्या होता हैं
विषाणु एक निर्जीव अकोशिकीय सूक्ष्म जीव होता है। जो केवल जीवनयुक्त कोशिका के संपर्क मे आने के बाद ही पनपता है। विषाणु का बाहरी सतह प्रोटीनयुक्त होता है।
विषाणु अपने प्रजाति को बढ़ाने के लिए जीवित कोशिका के सहायता से प्रजनन करते है और अपनी संख्या बढ़ाते जाते है। इस दौरान कोशिका लगातार नष्ट होकर विषाणु का रूप लेते जाते हैं।
कोरोना वायरस एक खतरनाक विषाणु है। जो श्वास नली पर प्रहार करता है। और बहुत तेजी से कोशिका को नष्ट करके अपनी संख्या बढ़ाने लगते हैं।
विषाणु को अँग्रेजी मे वायरस (Virus) कहते हैं। यह विष नाम से बना है। हालांकि विषाणु लाभदायक और हानिकारक दोनों तरह के होते हैं।
विषाणु के उदाहरण : कोरोना – corona, HIV – एच आई वी, पोलियो – polio, इबोला – ebola आदि।
जीवाणु और विषाणु मे अंतर
- जीवाणु एक कोशिकीय जीव है, विषाणु अकोशिकीय जीव है।
- जीवाणु से फ़ूड पॉइज़निंग, निमोनिया, पेट मे गैस-दर्द आदि होता है, विषाणु से HIV, CORONA, सर्दीजुखाम, चेचक आदि होता है।
- सबसे छोटे आकार का जीवाणु, सबसे बड़े आकार के विषाणु से भी बहुत बड़ा होता है। अर्थात विषाणु जीवाणु से बहुत सूक्ष्म होते हैं।
- जीवाणु का सतह कोशिका भित्ति (cell wall) होता है, विषाणु का सतह प्रोटीन आवरण (protein coated) होता है।
- जीवाणु को सुसुप्त रूप मे नही रखा जा सकता, परंतु विषाणु को हज़ारों साल सुसुप्त अवस्था मे रखा जा सकता है। अर्थात जीवाणु को अगर सुसुप्त अवस्था मे रखा जाएगा तो वो मर जाएगा। लेकिन विषाणु को सुसुप्त अवस्था मे हज़ारो साल भी रखा जाए तो वो निर्जीव की तरह पड़ा रहेगा, और कोशिका के संम्पर्क मे आते ही वो फिर से ज़िंदा हो जाएगा।
- जीवाणु रोग एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) यानी प्रतिजैविक पदार्थ से रोका जाता है, विषाणु रोग वैक्सीन (vaccine) यानी टिका से रोका जाता है।
- जीवाणु को सामान्य सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखा जा सकता है, परंतु विषाणु को देखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सूक्ष्मदर्शी का इस्तेमाल किया जाता है।
- जीवाणु एकल अनुवांशिक गुणसूत्र होते है, विषाणु कोशिका के DNA/RNA के संरचना को अपने जेनेटिक संरचना मे बदलता है।
मैं आशा करता हूँ कि आपको जीवाणु और विषाणु के बारे में उचित जानकारी मिली होगी। और भी कोई प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं।
धन्यवाद !