जादुई बैगन - अच्छे और बुरे की परख

जादुई बैगन – अच्छे और बुरे की परख

एक शहर में राधे अपनी पत्नी गीता तथा अपनी माँ के साथ रहता था। राधे की माँ को बैगन का भर्ता बहुत पसंद था। गीता राधे से कई दिनों बैगन लाने को बोल रही थी लेकिन वह रोज़ भूल जाता था। एक दिन जैसे ही राधे सब्ज़ी लेकर घर आया गीता सब्ज़ियाँ देखी और बोली-…

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झोपड़पट्टी में रहने वाली गरीब की रक्षाबंधन त्यौहार

सोने के अण्डे

एक गाँव में एक ग़रीब किसान अपनी पत्नी राधिका के साथ रहता था। बेचारा किसान रोज़ दिन भर खेत में काम करता था। दिन भर जो कमाता उसी का राशन ले आता था। फिर उसके घर ख़ाना पकता था। किसान बहुत मेहनती था और संतोषी आदमी था। उसके पास जो भी था उसी में खुश…

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ग़रीब की कावड़ यात्रा – महादेव की महिमा की कहानी

एक गाँव में अमित अपनी पत्नी सोभा के साथ रहता था। अमित बहुत गरीब था, न तो उसके पास जमीन थी न ही पैसा। अमित दिन भर मजदूरी करता था जिससे उसके घर का गुजारा होता था। जिस दिन काम नहीं मिला उस दिन उनको खाने के लिए भी नहीं मिलता था। कई बार तो…

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मगरमच्छ और हिरन

हिरन और मगरमच्छ की कहानी

एक उपवन में जीवन बहुत सुंदर था। वहाँ के सभी जीव जन्तु मिल जुल कर रहते थे। जंगल में ही एक तालाब था। उस तालाब में हंश, मेढक, मछलियाँ और बहुत सारे जीव रहते थे। सारे जानवर बहुत मिलनसार थे, उनके बीच एक मंटू नाम का मगरमच्छ भी रहता था। मंटू को अपने बल पर…

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मुर्ख गधा

मूर्ख गधा – बच्चों की कहानियाँ

एक बार की बात है। एक जंगल में एक शेर और लोमड़ी रहते थे। लोमड़ी शेर के साथ इसलिए रहती थी क्योकि जब शेर शिकार करेगा तब उसे भी भोजन मिलता रहेगा। एक दिन दोनों शिकार के लिए जंगल में निकले उन्हें एक घांस खाते हुए हाथी दिखा। हाथी को नहीं पता था कि कोई…

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चोर चोर मौसेरे भाई

चोर चोर मौसेरे भाई

बहुत पुरानी बात है। रामपुर गाँव में सोमा नाम की एक औरत अपने पति रमेश और चार बेटो के साथ रहती थी। एक दिन सोमा रमेश से बोली चलो तीर्थयात्रा कर लेते है। पता नहीं बुढ़ापे में पैर काम करेंगे या नहीं। रमेश बोला विचार तो बहुत अच्छा है, लेकिन हमारे बच्चों और घर का…

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शरारती गिलहरी

शरारती गिलहरी की कहानी

एक जंगल में चुनचुन नाम की गिलहरी अपनी माँ गिट्टू के साथ रहती थी। चुनचुन बहुत शरारती थी। वह अपनी माँ की बात नहीं सुनती थी। चुनचुन की हरकतों से जंगल के सभी जानवर परेशान रहते थे। वो हमेशा सबको परेशान करती रहती थी। एक दिन चुनचुन पेड़ पर खेल रही थी। उसी पेड़ पर…

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जैसी करनी वैसी भरनी

जैसी करनी वैसी भरनी

रामपुर गाँव में सोनू नाम का एक किसान रहता था। वो बहुत मेहनती और ईमानदार था। पूरे गाँव में उसकी सब्ज़ी सबसे अच्छी, स्वादिष्ट और सेहतमंद होती थी। उसकी फसल की क़ीमत गाँव के अन्य किसानों से अधिक मिलती थीं।इसलिए गाँव के लोग तथा व्यापारियों में उसका बहुत सम्मान था। इसीलिए श्यामू, सोनू से बहुत…

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मेहनत के फल का महत्व : कुँवा, रस्सी तथा पत्थर

आप सभी ने कहावत तो सुना ही होगा – जो जागा सो पाया, जो सोया सो खोया ! अर्थात जो दिन-रात काम किया उसने मेहनत के फल का महत्व और परिणाम दोनों पाया। जो दिन-रात भर सोया, घुमा उसने कुछ नही पाया। हमे हमेशा कोशिश करनी चाहिए, कभी भी अपने जीवन मे हार नही माननी…

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